आप चीख कर कहें या कान में आहिस्ता से
प्रेम न होगा तो आपका कहा सुनाई न पड़ेगा।
उसकी गर्दन को देखकर
चूम लेने का ख़याल आया ही नहीं था
बल्कि तस्वीर में उसकी गर्दन पर
अनगिनत बोसे रखे भी थे लेकिन वह तस्वीर थी।
किसी को पा लेना क्या होता है
यह भी अबूझ ही है
जिसे आप सर्वस्व सौंप देते हैं
ज़रूरी नहीं कि वह इसे आपको पा लेना समझे
सभी के प्रयोजन अलग होते हैं।