सभी आदरणीय ब्लॉगर एवं पाठकों को मेरा सादर नमस्कार ,
आप सभी की शुभकामनाओं से मेरी कविताओं का पहला संग्रह ” तेरे समक्ष ” हिंदी अकादमी दिल्ली से स्वीकृत हुआ है तथा जयपुर के ‘ बोधि प्रकाशन ‘ से प्रकाशित हुआ है .पुस्तक का लोकार्पण 9 मई 2015 को आदरणीय नामवर सिंह जी के द्वारा किया गया .यूँ ही लेखन को प्रेरित करते रहिएगा और मै , सदैव बेहतर लिखने की कोशिश जारी रखूँगी .
Congrats a tonne… 🙂 Ummeed karta hun aur bhi aisi pustaken ap bhavishya me prakashit karti rahengi… 🙂
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Congratulations, keep it up!
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manniya indu singh ji
NAMSATY– AAP KE KAVYA SANGRAH ”TERE SAMAKSH” KA LOARPAN KA PHOTO AUR SAMACHAR/SUCHNA DEKH KAR BAHUT PRASANNTA HUE- SHUBH KAMNAYEN- AUR BADHAI — KRIPYA EK PRATI SAMIKSHA HETU PRESHIT KARNE KA KASHT KAREN-
–OM SAPRA-
SAHITYA SACHIV, MITRA SANGAM PATRIKA- MONTHLY
– 35-B, OLD GUPTA COLONY,
NEAR DELHI UNIVERSITY, DELHI- 110009
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Bahut bahut mubark ho ma’am!!
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indu ji mai bahut khush hoon aapka yah safar anvarat chalta rahe hardik badhai ….. ssneh -shashi purwar
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Congratulations Indu!!!
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Congratulations !!!
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The collection is very beautiful …would love to read it ….where is it available …I could order a copy ….Congratulations. ………………
Uma Trilok
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बधाई , संकलन मुझ तक कैसे पहुंचे , क्रपया बताए , पुनः बधाई
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बहुत बहुत बधाई दीदी।
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आपको बहुत बहुत बधाई ]
आपकी कलम निरंतर मन की भावनाओं को उकेरती रहे।
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आपको बहुत बहुत बधाई ]
आपकी कलम निरंतर मन की भावनाओं को उकेरती रहे।
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